2025 में दिल्ली विधानसभा का चुनाव होने को है, हालांकि इसके लिए तारीखों का ऐलान होना तो बाकि है पर राजनीतिक पार्टियों ने अपनी रणनीति अभी से बनानी शुरू कर दी है। इसी कड़ी में AIMIM के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कुछ ऐसा किया है कि राजनीतिक गलियारों में बवाल मच गया है। दरअसल, ओवैसी ने दिल्ली चुनाव को लेकर एक सीट से अपना कैंडिडेट फाइनल कर दिया है और ओवैसी के इस कैंडिडेट को लेकर राजनीतिक हलचल मची हुई है, क्योंकि जिस नेता को ओवैसी ने अपनी पार्टी से टिकट दिया है वो दिल्ली दंगों का आरोपी है। उस उम्मीदवार का नाम ताहिर हुसैन (Tahir Hussain) है।
गौरतलब है कि ताहिर हुसैन पहले अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी के नेता थे। वहीं, अब ओवैसी ने ताहिर हुसैन को दिल्ली के मुस्तफाबाद विधानसभा सीट से टिकट दिया है। ओवैसी ने अपने एक्स अकाउंट पर ताहिर हुसैन के बारे में लिखा है..’MCD पार्षद ताहिर हुसैन @aimim_national में शामिल हो गए हैं और आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव में मुस्तफाबाद विधानसभा क्षेत्र से हमारे उम्मीदवार होंगे. उनके परिवार के सदस्य और समर्थक आज मुझसे मिले और पार्टी में शामिल हुए’।
इसके साथ ही ओवैसी ने एक तस्वीर भी अपने ट्विटर अकाउंट पर साझा किया है, जिसमें ताहिर हुसैन के परिवार को सदस्य ओवैसी के साथ बैठे दिख रहे हैं। हालांकि ताहिर हुसैन इस तस्वीर में नजर नहीं आ रहे है, क्योंकि फिलहाल ताहिर हुसैन जेल में बंद हैं। बता दें कि ताहिर हुसैन को दिल्ली की एक अदालत ने 2020 में हुए दिल्ली दंगों के मामले में जमानत तो इसी साल के मई महीने में दे दी थी। अपना फैसला सुनाते हुए कोर्ट ने कहा था कि इस मामले में ताहिर हुसैन की भूमिका दूरस्थ प्रकृति की थी, साथ ही वो 3 साल से ज्यादा समय तक हिरासत में बिता चुके हैं।
कोर्ट ने साथ ही ये भी कहा था कि ताहिर हुसैन अभी जेल में ही रहेंगे, क्योंकि वो इस मामले से जुड़े दूसरे केसेज में भी आरोपी हैं। साथ ही दिल्ली दंगों के मामले में साजिश और फाइनेंस करने संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग का केस ताहिर हुसैन पर है। गौरतलब है कि ताहिर हुसैन आम आदमी पार्टी से निगम पार्षद का चुनाव जीत चुके हैं, लेकिन दिल्ली दंगों के बाद केजरीवाल की पार्टी ने ताहिर हुसैन को निकाल बाहर किया था। ताहिर हुसैन (Tahir Hussain) ने ये चुनाव 2017 में जीता था उस वक्त ताहिर हुसैन सबसे अमीर उम्मीदवार थे, जिन्होंने अपनी संपत्ति 16 करोड़ रुपये घोषित की थी।
वहीं जहां तक दिल्ली विधानसभा चुनाव में AIMIM की बात है, माना जा रहा है कि ओवैसी की पार्टी 10 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है। माना ये भी जा रहा है कि ओवैसी को दिल्ली के मुस्लिम वोटर्स पर कड़ी नजर है। इसी वजह से दिल्ली में आम आदमी पार्टी, कांग्रेस और AIMIM के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होने के आसार जताए जा रहे हैं।